नमस्कार दोस्तों, आज की तारीख में जैसे पेट्रोल वाहनों को लोन पर खरीदा जाता, वैसे ही अब इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भी लोन की डिमांड बढ़ रही। यह एक सकारात्मक बदलाव जो पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को दर्शाता। देश में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के कई बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंसियल कॉर्पोरेशन (एनबीएफसी) लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए लोन दे रहे। बैंक और एनबीएफसी इस समय पेट्रोल और इलेक्ट्रिक कार पर लगभग समान दर से इंटरेस्ट रेट चार्ज कर रहे। उदाहरण के लिए, यदि किसी बैंक का पेट्रोल वाहन पर इंटरेस्ट रेट 8%, तो वही बैंक इलेक्ट्रिक वाहन पर भी लगभग इसी दर से लोन प्रदान कर रहा।
अब इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने पर बैंक दे रही लोन
लेकिन, इलेक्ट्रिक वाहन के लिए एक बड़ा बदलाव देखा जा रहा। बैंकों द्वारा पर्यावरण अनुकूल वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष छूट और लाभ भी दिए जा रहे। सरकारी नीतियां और समर्थन सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभा रही। कई राज्य सरकारें इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी दे रही और इसके अलावा, इन वाहनों पर टैक्स छूट भी प्रदान की जा रही। इन सबके चलते इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना अब पहले से आसान और किफायती हो गया। लोन की प्रमुख विशेषताएं इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लोन की प्रक्रिया लगभग पेट्रोल वाहन जैसी ही होती, लेकिन इसमें कुछ विशेष बदलाव भी किए गए।
बैंक भी दे रही अपना योगदान
इलेक्ट्रिक वाहन लोन के लिए इंटरेस्ट रेट पेट्रोल वाहन की तुलना में थोड़ी कम हो सकती। आपको बताना चाहते कि कई बैंक प्रोसेसिंग फीस में छूट प्रदान कर रहे। इलेक्ट्रिक वाहन लोन का रीपेमेंट टेन्योर भी फ्लेक्सिबल होता, जो 3 से 7 साल तक हो सकता। वाहन की कीमत और ग्राहक की पेइंग कैपेसिटी के आधार पर लोन अमाउंट तय किया जाता। पर्यावरण की दिशा में एक कदम इलेक्ट्रिक वाहन न केवल आपके खर्चों को कम करते बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होते।
इन्हें खरीदने के लिए लोन पर मिल रही सुविधाएं लोगों को पर्यावरण की दिशा में एक कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही। इस प्रकार, इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना एक स्मार्ट और सस्टेनेबल विकल्प। इस प्रकार, इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लोन लेना आज की तारीख में न केवल आसान, बल्कि पर्यावरण की दिशा में भी एक सही कदम। अगर आप भी अपने अगली कार खरीदने की सोच रहे, तो इलेक्ट्रिक वाहन को अपनी प्राथमिकता में शामिल करें और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें।